थायरॉइड (Thyroid) को कंट्रोल करने वाला इंडियन डाइट: प्राकृतिक उपाय से सेहत सुधारें
थायरॉइड को कंट्रोल करने वाला इंडियन डाइट: प्राकृतिक उपाय से सेहत सुधारें
थायरॉइड हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है, लेकिन जब यह ज्यादा एक्टिव हो जाता है (हाइपरथायरॉइडिज्म), तो कई समस्याएँ हो सकती हैं जैसे वजन कम होना, चिड़चिड़ापन, तेज दिल की धड़कन, और बेचैनी। मेडिकल ट्रीटमेंट के साथ-साथ सही डाइट भी आपकी मदद कर सकती है। यहाँ जानिए थायरॉइड कम करने वाली इंडियन डाइट के बारे में।
हाइपरथायरॉइडिज्म और डाइट का कनेक्शन
जब थायरॉइड ग्लैंड जरूरत से ज्यादा हॉर्मोन (T3 और T4) प्रोड्यूस करती है, तब हाइपरथायरॉइडिज्म होता है। इस स्थिति में डाइट का महत्वपूर्ण रोल होता है:
- गॉयट्रोजन्स: ऐसे फूड्स जो थायरॉइड हॉर्मोन को कम करने में मदद करते हैं।
- लो-आयोडीन फूड्स: आयोडीन कम करने वाले फूड्स से थायरॉइड की एक्टिविटी कंट्रोल में रहती है।
- एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स: सूजन और अन्य लक्षणों को कम करते हैं।
थायरॉइड कम करने वाली डाइट के मुख्य तत्व
1. सब्ज़ियाँ
डाइट में शामिल करें गॉयट्रोजेनिक सब्ज़ियाँ, जो थायरॉइड को नैचुरली कंट्रोल करती हैं:
- क्रूसीफेरस वेजिटेबल्स: गोभी, पत्ता गोभी, ब्रोकली और केल।
- पालक और शकरकंद (उबालकर खाएँ, इससे गॉयट्रोजेन कम हो जाता है)।
2. फल
- बेरीज़: ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, जो एंटीऑक्सिडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी हैं।
- पपीता और सेब: फाइबर और विटामिन्स के लिए।
3. अनाज
- क्विनोआ, बाजरा और ब्राउन राइस जैसे संपूर्ण अनाज लें।
- यदि ग्लूटेन से एलर्जी है, तो गेहूँ से बचें।
4. प्रोटीन
- दालें, चने और राजमा जैसे प्लांट-बेस्ड प्रोटीन का सेवन करें।
- थोड़ी मात्रा में पनीर और टोफू लें, जो कैल्शियम का अच्छा स्रोत है।
5. मसाले और जड़ी-बूटियाँ
भारतीय मसाले न केवल स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि स्वास्थ्य लाभ भी देते हैं:
- हल्दी: सूजन कम करती है।
- धनिया और जीरा: मेटाबॉलिज्म को बैलेंस करते हैं।
- अदरक: मतली को कम करता है और थायरॉइड हेल्थ को सपोर्ट करता है।
6. नट्स और बीज
- अखरोट, फ्लैक्ससीड और चिया सीड्स से ओमेगा-3 फैटी एसिड मिलता है।
- बादाम और ब्राजील नट्स का सेवन सीमित करें, क्योंकि इनमें आयोडीन और सेलेनियम अधिक होता है।
7. डेयरी उत्पाद
- कम वसा वाले दही, दूध और छाछ लें, जो कैल्शियम से भरपूर हैं।
8. पेय पदार्थ
- हर्बल टी: ग्रीन टी, कैमोमाइल टी, और तुलसी टी तनाव कम करती हैं।
- नारियल पानी या पुदीना-खीरे का डिटॉक्स वॉटर पीएं।
बचने वाले फूड्स
- आयोडीन से भरपूर फूड्स: सीवीड, आयोडीन युक्त नमक, और समुद्री भोजन।
- कैफीन युक्त पेय: चाय, कॉफी और कोला।
- शुगर और प्रोसेस्ड फूड्स: सूजन बढ़ा सकते हैं।
थायरॉइड-फ्रेंडली इंडियन डाइट प्लान
सुबह
- नींबू पानी या हर्बल चाय।
- उबली हुई ब्रोकली या ग्रीन स्मूदी (पालक, खीरा, और चिया सीड्स)।
नाश्ता
- मल्टीग्रेन डोसा और नारियल चटनी।
- 1 कप कम वसा वाली छाछ।
मिड-मॉर्निंग स्नैक
- एक मुट्ठी अखरोट या पपीता।
लंच
- ब्राउन राइस के साथ पालक की दाल।
- भुनी हुई गोभी और गाजर।
- खीरे का सलाद।
शाम का नाश्ता
- एक कप हर्बल चाय (कैमोमाइल या तुलसी)।
- 1 उबला हुआ शकरकंद।
रात का खाना
- बाजरे की रोटी और मिक्स वेजिटेबल करी।
- धनिया-जीरे का सूप।
जीवनशैली के टिप्स
- तनाव प्रबंधन करें: योग, ध्यान, और प्राणायाम अपनाएँ।
- नियमित व्यायाम करें: हल्की फुल्की गतिविधियाँ जैसे चलना या तैराकी।
- भरपूर नींद लें: रोज़ 7-8 घंटे की नींद लें।
निष्कर्ष
थायरॉइड को कंट्रोल में रखने के लिए दवा के साथ-साथ सही डाइट और लाइफस्टाइल बदलाव जरूरी है। गॉयट्रोजेनिक और लो-आयोडीन फूड्स से भरपूर भारतीय डाइट अपनाकर आप अपने हॉर्मोन लेवल को नैचुरली बैलेंस कर सकते हैं। पर्सनल गाइडेंस के लिए डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह जरूर लें।
क्या आपको भी थायरॉइड है? अपने सुझाव या रेसिपी हमारे साथ शेयर करें!
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